Reet Previous Year Paper Level One Hindi Grammar : रीट प्रथम स्तर हिन्दी व्याकरण हल प्रश्न पत्र

By Heeru Jangid

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Reet Previous Year Paper

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित रीट परीक्षा 2022 स्तर प्रथम का Reet Previous Year Paper हिन्दी व्याकरण का हल किया हुआ प्रश्न पत्र आगामी रीट परीक्षा में इस प्रश्न पत्र से प्रश्न रिपिट या प्रश्नों की कठिनाई की जानकारी मिल सकती है इसलिए आप इस प्रश्न पत्र को जरूर देखे । Hindi Grammar के ये प्रश्न अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET) के अलावा अन्य प्रतियोगिता परीक्षा के लिए भी उपयोगी है । Reet Exam 2024 के लिए ये राम बाण सिद्ध होंगे । Reet Exam की तैयारी से पूर्व एक बार पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों का अध्ययन कर लेना, जिससे आपको पेपर की कठिनाई की जानकारी मिल सके ।

खण्ड – III

भाषा – II

विषय – हिन्दी

इस खण्ड में कुल 30 प्रश्न हैं। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।

परीक्षा तिथि – 23 जुलाई 2022

Reet Previous Year Paper

61. “अत्यंत ईर्ष्या करना।” के अर्थ में उपयुक्त मुहावरा है :

(A) जले पर नमक छिड़कना ।

(B) चूना लगाना ।

(C) जहर उगलना ।

(D) छाती पर साँप लोटना ।

उत्तर : (D) छाती पर साँप लोटना ।

62. हरबर्ट द्वारा स्थापित सहसंबंध विधि के चिंतन को आगे किस विद्वान ने बढ़ाया ?

(A) कुक

(B) थॉर्नडाइक

(C) जिलर

(D) पावलाव

उत्तर : (C) जिलर

63. मॉण्टेसरी शिक्षण विधि के संबंध में सत्य कथन है :

(A) मॉण्टेसरी फ्रांस की शिक्षाशास्त्री थी ।

(B) मॉण्टेसरी प्रणाली को पाँच भागों में विभाजित किया गया है।

(C) मॉण्टेसरी फ्रोबेल की विचारधारा से अप्रभावित थी ।

(D) मॉण्टेसरी विधि में पढ़ने से पहले लिखना सिखाया जाता है।

उत्तर : (D) मॉण्टेसरी विधि में पढ़ने से पहले लिखना सिखाया जाता है।

64. अभिक्रमित अनुदेशन विधि का सिद्धांत है :

(A) ज्ञान की पूर्ण इकाई का सिद्धांत ।

(B) सामाजिक सहयोग का सिद्धांत ।

(C) क्रमित लघु पदों का सिद्धांत ।

(D) व्यष्टित्व का सिद्धांत ।

उत्तर : (C) क्रमित लघु पदों का सिद्धांत ।

65. सूक्ष्म शिक्षण उपागम का उद्देश्य एवं लक्ष्य होता है :

(A) विद्यार्थी के व्यवहार में परिवर्तन करना ।

(B) शिक्षक-प्रशिक्षणार्थियों के व्यवहार में परिवर्तन करना ।

(C) संस्था प्रधान के व्यवहार में परिवर्तन करना ।

(D) विकल्प (A) और (B) दोनों

उत्तर : (B) शिक्षक-प्रशिक्षणार्थियों के व्यवहार में परिवर्तन करना ।

66. इनमें से भाषा शिक्षण के मूल उद्देश्यों में भाषायी दक्षताएँ प्राप्त करने का आधार होती हैं :

(A) समूहवार भाषायी दक्षताएँ ।

(B) लैंगिक समूहवार भाषायी दक्षताएँ ।

(C) कक्षावार भाषायी दक्षताएँ ।

(D) पारिवारिक पृष्ठभूमि की भाषायी दक्षताएँ

उत्तर : (C) कक्षावार भाषायी दक्षताएँ ।
(D) पारिवारिक पृष्ठभूमि की भाषायी दक्षताएँ
दोनों सही बताए है

67. इनमें से द्रुत वाचन किसका प्रकार है ?

(A) सस्वर वाचन का ।

(B) अनुकरण वाचन का ।

(C) सामूहिक वाचन का ।

(D) मौन वाचन का।

उत्तर : (D) मौन वाचन का।

68. इनमें से अशुद्ध वर्तनी का कारण है –

(A) लिपि का पूर्ण ज्ञान ।

(B) लेखन में सावधानी ।

(C) शुद्ध उच्चारण ।

(D) व्याकरण का अधूरा ज्ञान ।

उत्तर : (D) व्याकरण का अधूरा ज्ञान ।

69. भाषा-शिक्षण में पाठ्य-पुस्तक है :

(A) साध्य

(B) साधन

(C) विकल्प (A) और (B) दोनों

(D) इनमें से कोई नहीं

उत्तर : (B) साधन

70. भाषा-शिक्षण में सबसे कम महत्त्व की अधिगम सामग्री है:

(A) चित्र कथाएँ

(B) शब्द पट्टी

(C) मानचित्र

(D) वाक्य पट्टी

उत्तर : (C) मानचित्र

71. इनमें से प्रक्षेपक सामग्री नहीं है:

(A) स्लाइड प्रोजेक्टर

(B) ग्रामोफोन

(C) ओवरहेड प्रोजेक्टर

(D) एपिडाइस्कोप

उत्तर : (B) ग्रामोफोन

72. मूल्यांकन के पक्ष में सम्मिलित है:

(A) मात्रात्मक पक्ष ।

(B) संरचनात्मक पक्ष ।

(C) ज्ञानात्मक पक्ष ।

(D) अप्रेरणात्मक पक्ष ।

उत्तर : (C) ज्ञानात्मक पक्ष।

73. मानसिक योग्यता का परीक्षण किया जाता है:

(A) उपलब्धि परीक्षण में।

(B) बुद्धि परीक्षण में।

(C) व्यक्तित्व परीक्षण में ।

(D) इनमें से कोई नहीं

उत्तर : (B) बुद्धि परीक्षण में।

74. “मूल्यांकन की प्रक्रिया की व्यापकता छात्र के समस्त व्यक्तित्व पर अपने प्रसार का उल्लेख करती है, न कि केवल उसकी बौद्धिक उपलब्धि का।” उपर्युक्त कथन किसका है ?

(A) टारगर्सन का ।

(B) एडम्स का।

(C) रेमर्स एवं गेज का ।

(D) क्विलिन का ।

उत्तर : (C) रेमर्स एवं गेज का ।

75. उपचारात्मक शिक्षण के संबंध में सत्य कथन है :

(A) विद्यार्थी को अधिगम कठिनाई में सहायता प्रदान करने के लिए उपचारात्मक शिक्षण की निश्चित एवं निर्धारित प्रक्रिया होती है।

( B) उपचारात्मक शिक्षण पूरी कक्षा के लिए समान होता है।

(C) उपचारात्मक शिक्षण संस्था प्रधान और अभिभावकों की देखरेख में होता है।

(D) उपचारात्मक शिक्षण व्यक्तिगत अधिक होता है।

उत्तर : (D) उपचारात्मक शिक्षण व्यक्तिगत अधिक होता है।

76. उपचारात्मक शिक्षण कितने प्रकार का होता है ?

(A) चार

(B) तीन

(C) दो

(D) एक

उत्तर : (C) दो

Hindi Grammar

निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्न संख्या 77 से 81 तक के उत्तर दीजिए:

क्रोध शांति भंग करने वाला मनोविकार है। एक का क्रोध दूसरे में भी क्रोध का संचार करता है। जिसके प्रति क्रोध प्रदर्शन होता है वह तत्काल अपमान का अनुभव करता है और इस दुःख पर उसकी भी त्योरी चढ़ जाती है। यह विचार करने वाले बहुत थोड़े निकलते हैं कि हम पर जो क्रोध प्रकट किया जा रहा है वह उचित या अनुचित । इसी से धर्म, नीति और शिष्टाचार तीनों में क्रोध के निरोध का उपदेश पाया जाता है। संत लोग तो खलों के वचन सहते ही हैं, दुनियादार लोग भी न जाने कितनी ऊँची-नीची पचाते रहते हैं। सभ्यता के व्यवहार में भी क्रोध नहीं, क्रोध के चिह्न दबाये जाते हैं। इस प्रकार का प्रतिबंध समाज की सुख-शांति के लिए बहुत आवश्यक है। पर इस प्रतिबंध की भी सीमा है। यह परपीड़कोन्मुख क्रोध तक नहीं पहुँचता । क्रोध के निरोध का उपदेश अर्थपरायण और धर्मपरायण दोनों देते हैं। पर दोनों में जिसे अति से अधिक सावधान रहना चाहिए वही कुछ भी नहीं रहता। बाकी रुपया वसूल करने का ढंग बताने वाला चाहे कड़े पड़ने की शिक्षा दे भी दे, पर धज के साथ धर्म की ध्वजा लेकर चलने वाला धोखे में भी क्रोध को पाप का रूप ही कहेगा। क्रोध रोकने का अभ्यास ठगों और स्वार्थियों को सिद्धों और साधकों से कम नहीं होता ।

77. ‘सुख-शांति’ शब्द में कौन सा समास है ?

(A) अव्ययीभाव समास

(B) तत्पुरुष समास

(C) द्वंद्व समास

(D) द्विगु समास

उत्तर : (C) द्वंद्व समास

78. ‘अनुचित’ शब्द में उपसर्ग है

(A) अन

(B) अनु

(C) अन्

(D) अ

उत्तर : (C) अन्

79. ‘स्वार्थियों’ शब्द का एकवचन होगा :

(A) स्वार्थित

(B) सुआर्थी

(C) सूआर्थी

(D) स्वार्थी

उत्तर : (D) स्वार्थी

80. ‘परपीड़कोन्मुख’ शब्द का सही संधि विच्छेद है :

(A) परपीड़ाक + उन्मुख

(B) परपीड़ा + ऊन्मुख

(C) परपीड़क + उन्मुख

(D) परपीड़क + ऊन्मुख

उत्तर : (C) परपीड़क + उन्मुख

81. ‘खल’ शब्द का अर्थ है :

(A) साधु

(B) दुष्ट

(C) चालाक

(D) सज्जन

उत्तर : (B) दुष्ट

निम्नलिखित पद्यांश के आधार पर प्रश्न संख्या 82 से 86 तक के प्रश्नों के उत्तर दीजिए :

दुर्योधन वह भी दे न सका, आशिष समाज की ले न सका,

उलटे, हरि को बाँधने चला, जो था असाध्य, साधने चला ।

जब नाश मनुज पर छाता है

पहले विवेक मर जाता है

हरि ने भीषण हुँकार किया, अपना स्वरूप विस्तार किया,

डगमग-डगमग दिग्गज डोले, भगवान कुपित होकर बोले ।

“जंजीर बढ़ाकर साध मुझे,

हाँ-हाँ दुर्योधन ! बाँध मुझे

यह देख गगन मुझमें लय है, यह देख पवन मुझमें लय है,

मुझमें विलीन झंकार सकल, मुझमें लय है संसार सकल ।

सब जन्म मुझी से पाते हैं –

फिर लौट मुझी में आते हैं।”

82. दुर्योधन क्या असाध्य कार्य करना चाह रहा था ?

(A) अपनी सम्पत्ति में से सब कुछ न्योछावर कर देने का ।

(B) समाज से आशीर्वाद लेने का ।

(C) हरि को बाँधने का ।

(D) विवेक को जाग्रत करने का ।

उत्तर : (C) हरि को बाँधने का ।

83. मनुष्य पर नाश के छाने का क्या प्रभाव पड़ता है ?

(A) मनुष्य की मेधा प्रखर हो जाती है।

(B) मनुष्य सरल और सहज स्वभाव का हो जाता है।

(C) मनुष्य सही कर्म की तरफ उद्यत हो जाता है।

(D) मनुष्य का विवेक मर जाता है।

उत्तर : (D) मनुष्य का विवेक मर जाता है।

84. निम्नलिखित पंक्तियों में से किस पंक्ति में नाद सौंदर्य है ?

(A) दुर्योधन वह भी दे न सका ।

(B) डगमग डगमग दिग्गज डोले ।

(C) भगवान कुपित होकर बोले ।

(D) फिर लौट मुझी में आते हैं।

उत्तर : (B) डगमग डगमग दिग्गज डोले ।

85. उपर्युक्त पद्यांश की भाषा है :

(A) संस्कृतनिष्ठ हिन्दी ।

(B) तद्भवनिष्ठ हिन्दी ।

(C) आम बोलचाल की हिन्दी ।

(D) देशज शब्दप्रधान हिन्दी ।

उत्तर : (A) संस्कृतनिष्ठ हिन्दी।

86. इस पद्यांश में मुख्यतः वर्णित है

(A) कृष्ण का प्रेम ।

(B) दुर्योधन का विनय ।

(C) प्रकृति चित्रण ।

(D) हरि की विराट शक्ति ।

उत्तर : (D) हरि की विराट शक्ति ।

87. आश्रित उपवाक्य का भेद नहीं है :

(A) संज्ञा उपवाक्य ।

(B) क्रिया विशेषण उपवाक्य ।

(C) विशेषण उपवाक्य ।

(D) प्रधान उपवाक्य ।

उत्तर : (D) प्रधान उपवाक्य ।

88. निम्नलिखित में से मिश्र वाक्य है :

(A) मेरा भाई रोहन खेल पुस्तकें अधिक पढ़ता है।

(B) नाथद्वारा का श्रीनाथ मंदिर दर्शनीय है।

(C) नंदिनी ने कहा कि मैं जयपुर नहीं जाऊँगी।

(D) सुबह हुई और भौरे गुनगुनाने लगे ।

उत्तर : (C) नंदिनी ने कहा कि मैं जयपुर नहीं जाऊँगी।

89. “शालिनी घर से आती है।” वाक्य में कारक है :

(A) करण कारक

(B) अपादान कारक

(C) अधिकरण कारक

(D) सम्प्रदान कारक

उत्तर : (B) अपादान कारक

90. ‘थोथा चना बाजे घना’ लोकोक्ति का अर्थ है :

(A) छोटा आदमी बड़े पद पर पहुँचकर इतराकर चलता है।

(B) मूर्ख को गुण की परख नहीं होती ।

(C) गुणहीन व्यक्ति अधिक आडम्बर करता है।

(D) सीधेपन से कोई कार्य नहीं होता ।

उत्तर : (C) गुणहीन व्यक्ति अधिक आडम्बर करता है।

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